History of C++ Programing Language

History of C++ Programing Language 

 

C++ का विकास 1970 के दशक के अंत में ब्जार्ने स्ट्रॉस्ट्रप द्वारा बेल लैब्स में किया गया था। इसे C प्रोग्रामिंग भाषा में ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड फीचर्स जोड़ने के लिए बनाया गया था। पहली बार “C with Classes” नाम से 1980 में जारी किया गया।

1983 में इसका नाम बदलकर C++ रखा गया। यह 1980 के दशक में तेजी से लोकप्रिय हुआ, खासकर सिस्टम प्रोग्रामिंग और एप्लिकेशन विकास में। पहला आधिकारिक मानक, C++98, 1998 में इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर स्टैंडर्डाइजेशन (ISO) द्वारा प्रकाशित किया गया।

इसके बाद C++03 आया, जिसने C++98 में कुछ बग्स को ठीक किया, और फिर C++11, जिसमें ऑटो कीवर्ड, लैम्ब्डा एक्सप्रेशंस और मल्टीथ्रेडिंग समर्थन जैसी महत्वपूर्ण विशेषताएं जोड़ी गईं। C++14 और C++17 ने भाषा को और अधिक परिष्कृत किया, नई लाइब्रेरी और फीचर्स जोड़े।

हाल की मानक C++20 ने कॉन्सेप्ट्स, रेंजेस और कोरोटीन जैसी नई सुविधाएं पेश कीं, जो भाषा के आधुनिक प्रोग्रामिंग पैराज़ाइम्स की ओर विकास को दर्शाती हैं। C++ विभिन्न क्षेत्रों में, जैसे गेम विकास, सिस्टम/सॉफ़्टवेयर विकास, और उच्च प्रदर्शन अनुप्रयोगों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

Advantages of C++ programing Language

[C++ प्रोग्रामिंग भाषा के लाभ]

 

1. उच्च प्रदर्शन: C++ एक कंपाइल की गई भाषा है, जो इसे तेज़ और अधिक प्रभावी बनाती है। यह उच्च प्रदर्शन वाले अनुप्रयोगों के लिए आदर्श है।

2. ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP): C++ OOP के सिद्धांतों का समर्थन करता है, जैसे कक्षाएँ, विरासत, और पोलिमॉर्फिज़्म, जो कोड को पुन: उपयोग करने और उसे व्यवस्थित करने में मदद करता है

3. मल्टीपल इनहेरिटेंस: C++ में मल्टीपल इनहेरिटेंस की सुविधा है, जो आपको एक से अधिक कक्षाओं से विशेषताएँ विरासत में लेने की अनुमति देती है

4. स्टैंडर्ड टेम्पलेट लाइब्रेरी (STL): STL डेटा संरचनाओं और एल्गोरिदम का एक समृद्ध सेट प्रदान करता है, जो विकास को तेज़ और आसान बनाता है।

5. कम स्तर की पहुँच: C++ प्रोग्रामर्स को हार्डवेयर के निकटता से काम करने की अनुमति देता है, जिससे सिस्टम प्रोग्रामिंग के लिए आदर्श बनता है

6. पोर्टेबिलिटी: C++ को विभिन्न प्लेटफार्मों पर चलाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे आपके कोड को विभिन्न सिस्टम पर उपयोग करना आसान होता है।

7. संसाधनों का प्रभावी प्रबंधन: C++ में मेमोरी प्रबंधन की उच्च नियंत्रण क्षमता होती है, जैसे कि डायनामिक मेमोरी आवंटन, जो संसाधनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करता है।

8. व्यापक उपयोग: C++ का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे गेम डेवलपमेंट, सिस्टम सॉफ़्टवेयर, एंबेडेड सिस्टम, और उच्च प्रदर्शन वाले एप्लिकेशन।

9. सामुदायिक समर्थन: C++ की एक बड़ी और सक्रिय सामुदायिक सहायता है, जिससे प्रोग्रामर्स को समस्याओं का समाधान और संसाधन मिलते हैं।

10. फीचर्स का विकास: C++ में निरंतर नई सुविधाएँ जोड़ी जा रही हैं, जैसे C++11, C++14, C++17, और C++20, जो इसे आधुनिक प्रोग्रामिंग जरूरतों के अनुसार अपडेट रखती हैं।

इन लाभों के कारण, C++ एक शक्तिशाली और लचीली प्रोग्रामिंग भाषा है जो कई प्रकार के अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त है।

 

 

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