ISRO Foundation Day:
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अपना 54वां स्थापना दिवस मनाया
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 15 अगस्त 2023 को अपना 54वां स्थापना दिवस मनाया। इस दिन ध्वजारोहण समारोह, वैज्ञानिक प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
ध्वजारोहण समारोह ISRO मुख्यालय में बेंगलुरु, कर्नाटक में आयोजित किया गया। समारोह में ISRO अध्यक्ष, एस. सोमनाथ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। अध्यक्ष ने एक भाषण दिया जिसमें उन्होंने पिछले 54 वर्षों में ISRO की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने संगठन के भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बात की।
वैज्ञानिक प्रदर्शनी ISRO स्पेस पार्क में बेंगलुरु में आयोजित की गई। प्रदर्शनी में ISRO द्वारा विकसित किए जा रहे विभिन्न वैज्ञानिक परियोजनाओं और प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी जनता के लिए खुली थी और बड़ी संख्या में आगंतुकों को आकर्षित किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम ISRO सभागार में बेंगलुरु में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में पारंपरिक भारतीय नर्तकियों और संगीतकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं। कार्यक्रम में भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
ISRO के 54वें स्थापना दिवस का आयोजन संगठन की उपलब्धियों का जश्न मनाने और उसके भविष्य की योजनाओं के लिए एक नज़र रखने के लिए किया गया था। ISRO दुनिया के अग्रणी अंतरिक्ष एजेंसियों में से एक है और अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। संगठन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के विकास में भी एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है।
ISRO को आने वाले वर्षों में भी महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल करने की उम्मीद है। संगठन कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं पर काम कर रहा है, जिसमें गगनयान मिशन शामिल है, जो एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजेगा। ISRO भी अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए नई प्रौद्योगिकियों को विकसित करने पर काम कर रहा है, जैसे कि पुन: प्रयोज्य लॉन्च वाहन और गगणयान आदि
ISRO के 54वें स्थापना दिवस एक संगठन के प्रति समर्पण और अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति प्रतिबद्धता की याद दिलाता है। ISRO भारत और उसके लोगों के लिए गर्व का स्रोत है, और इसकी उपलब्धियां दुनिया भर के लिए प्रेरणा हैं।